बीजिंग: कुछ दिन पहले ईरान और सऊदी अरब के बीच मध्यस्थता कराकर पूरी दुनिया को चौंका देने वाले चीन ने 2 और देशों का झगड़ा सुलझाने की पेशकश की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्री छिन गांग ने इजराइल और फिलीस्तीन के विदेश मंत्रियों से कहा है कि उनका देश दोनों देशों के बीच शांति वार्ता को पटरी पर लाने में मदद करने के लिए तैयार है। हालांकि इजराइल की तरफ से कुछ ऐसी प्रतिक्रिया आई जिससे पता चलता है कि उसे चीन की पेशकश कुछ खास पसंद नहीं आई है।
चीन के विदेश मंत्री ने दोनों नेताओं को किया फोन
सोमवार को जारी एक बयान में चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि गांग ने दोनों नेताओं को सोमवार को अलग-अलग फोन किया था और दोनों के बीच बढ़ते तनाव पर चीन की चिंताओं के बारे में बताया, और शांति वार्ता शुरू करने में मदद की बात कही। बता दें कि पिछले महीने सऊदी अरब और ईरान ने चीन में राजनयिक संबंधों को बहाल करने के लिए एक समझौता किया। इन दोनों देशों के संबंध 2016 में टूट गए थे। दोनों देशों की संबंध बहाली के बाद चीन ने मध्य पूर्व में भी एक कूटनीतिक खिलाड़ी के रूप में अपनी धाक जमाने की कोशिश की थी।
गांग ने सऊदी अरब और ईरान की दी मिसाल
फोन पर हुई बातचीत के बारे में एक बयान में कहा गया कि छिन ने इजराइल की विदेश मंत्री एली कोहेन के साथ अपनी बातचीत में जोर देकर कहा कि सऊदी अरब और ईरान ने बातचीत के जरिए मतभेदों को दूर करने का एक अच्छी मिसाल पेस की है। उन्होंने कोहेन से कहा कि बीजिंग का मानना है कि इजराइल और फिलीस्तीन को फिर से बातचीत शुरू करनी चाहिए, और इसमें उनकी तरफ से पूरी मदद की जाएगी। बता दें कि कई सालों से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए इजराइल और फिलीस्तीनियों ने कोई ठोस शांति वार्ता नहीं की है।
इजराइल ने अपने बयान में कोई जिक्र ही नहीं किया
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोहेन ने तनाव कम करने के लिए अपने देश की प्रतिबद्धता व्यक्त की, लेकिन कहा कि समस्या को कम समय में हल करना मुश्किल है। इजराइल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि छिन और कोहेन ने ‘रमजान के अंतिम दिनों में टेंपल माउंट पर शांति बनाए रखने के महत्व’ पर चर्चा की, लेकिन फिलीस्तीनियों के साथ शांति वार्ता का कोई जिक्र नहीं किया। मंगलवार को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने दोनों नेताओं से छिन के संपर्क की पुष्टि की।