वात्यल्य इन्स्टीट्यूट में मनाया गया विश्व नर्सिंग दिवस जो फलोरेन्स नाइटिलगल 12 मई 1820 के जन्म दिवस पर पूरे विश्व पर मनाया जाता है जहाँ भावी नर्सेस smt. Pushpawati Duferin retire की उपस्थिति में किया गया जहाँ संस्थान की डारेक्टर डा० कीर्तिका अग्रवाल भी उपस्थित थी..
जिन्होने 2009 से आज 2024 के वात्सल्य इन्स्टीट्यूट की नर्सिंग छात्र छात्राओं की ट्रेनिंग पर कुछ महत्वपूर्ण बाते बतायी की समय से डयूटी व नर्सिंग के नियमों को कैसे पालन करना चाहिए । उपस्थित मुख्य अतिथि ने अपने जीवन के 19 वी और 21 वी नर्सिंग ट्रेनिग पर प्रकाश डाला और बताया नर्स की ट्रेनिंग आसान नहीं होती घंटो रात की डयूटी में मरीजों की सेवा करने के बाद वह नर्स कहलाती है ।
उन्होने नर्सिंग के छात्र-छात्राओ को मरीजो एवं समाज सेवा करने के लिए धन्यवाद देते हुए नर्सिंग क्षेत्र में हमेशा आगे बढ़ते रहने की सलाह दी । नर्सिंग एक समर्पित पेशा है जहाँ पूरे मन से मरीजो व समाज की सेवा करना होता है वहीं उपस्थित संस्था की प्रधानाचार्या डा० ज्योती मरठे ने उनके भाविष्य नर्सिंग बनने के लिए मनोबल की सहारना की। उपस्थित नर्सिंग शिक्षक ने छात्राओं द्वारा नुकड़ नाटक कार्यक्रम संस्था में तथा विंग बमार के सामने भी कराया । सभी नर्सिंग छात्र- छात्राओं एक दुसरे को देश की भावी नर्स बनने की बधाई दी।