प्रयागराज के मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने सभी संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में किया। सर्वप्रथम जल निगम द्वारा मौजूदा 16 एमएलडी झूंसी एसटीपी परिसर में 50 केएलडी फीकल स्लज सह-उपचार संयंत्र बनाने के कार्यों का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान रीटेनिंग वॉल के राफ्ट के सुदृढीकरण को और बेहतर बनाते हुए कार्यों में प्रयोग हो रहे मैटीरियल की थर्ड पार्टी से निरन्तर जांच कराते रहने तथा निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा कराने हेतु दो शिफ्ट में मैनपावर तैनात करने का निर्देश दिया गया।
इसी क्रम में झूंसी की ओर बनाई जा रही सीवर लाइन संबंधित कार्यों का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कोडल प्रावधान के अनुरूप क्रमवार कॉम्पेक्टेड लेयर में बैकफिलिंग कार्य निष्पादित करने, दो शिफ्ट में मैनपावर तैनात करने तथा साइट-ऑर्डर बुक में निर्देशों को और स्पष्ट रूप से इंगित करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने 2700 मीटर लंबे काली रैंप से छतनाग इंटरलॉकिंग एप्रोच रोड को जोड़ने हेतु कराए जा रहे कार्यों का भी निरीक्षण किया जिसके अंतर्गत साइट से रिजेक्टेड जीएसबी को तुरंत निस्तारित करते हुए साइट पर स्टेज पासिंग रजिस्टर, चेकलिस्ट, सामग्री परीक्षण रिपोर्ट/रजिस्टर बनाए रखने के निर्देश दिए। दशाश्वमेध घाट पर 110 मीटर लम्बाई में बनाया जा रहे पक्के घाट के कार्यों का भी निरीक्षण किया गया तथा निर्माण सामग्री के अनिवार्य परीक्षण हेतु साइट पर एक परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित करने के निर्देश दिए गए। साइट पर उपयोग किए गए कंक्रीट की कंप्रेसिव स्ट्रेंथ का मूल्यांकन करने के लिए टीपीआईए प्रयोगशाला में कंक्रीट क्यूब परीक्षण करने का निर्देश भी दिया गया।
मण्डलायुक्त ने तेलियरगंज शिवकुटी पुलिस चेक पोस्ट से गंगा तट तक बनायी जा रही सड़क के निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लीन कंक्रीट की मोटाई तथा नाली के स्टील की लैप लंबाई अधो मानक पायी गई जिस पर उन्होंने नाराज़गी जताते हुये संबंधित अधिकारियों को उसे अति शीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिए।