सूडान हिंसा में फंसे भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी के लिए आपरेशन कावेरी को अब तेज कर दिया गया है। इससे मुश्किलों में फंसे देश के लोगों को सूडान से जल्द निकाला जा सकेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार ने हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया था और इसकी निगरानी केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन करेंगे। यहां ‘युवम’ सम्मेलन में लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि केरल का बेटा – मुरलीधरन – फंसे हुए लोगों को वापस लाने के अभियान की निगरानी करेंगे।
प्रधानमंत्री केरल के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जहां वे वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने और राज्य के प्रभावशाली ईसाई समुदाय के शीर्ष पादरियों के साथ बैठक सहित कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सूडान निकासी अभियान की शुरुआत की घोषणा दिन में विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने की थी। भारत ने रविवार को कहा था कि फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने की आकस्मिक योजना के तहत उसने भारतीय वायु सेना के दो परिवहन विमानों को सऊदी अरब के शहर जेद्दा में और एक नौसैनिक पोत को सूडान के एक प्रमुख बंदरगाह पर तैनात किया है।
शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान से 3000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की आकस्मिक योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिये थे। ज्ञात हो कि सूडान में, वहां की सेना और एक अर्द्धसैनिक समूह के बीच पिछले 11 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।