पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार रात को निधन हो गया। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता को सांस लेने में परेशानी होने की शिकायत के बाद एक हफ्ते पहले मोहाली में फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले हफ्ते, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बादल के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी।
पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके 95 साल के बादल को ‘गैस्ट्राइटिस’ और सांस लेने में परेशानी होने के चलते पिछले साल जून में भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोविड बाद की स्वास्थ्य जांच के लिए फरवरी 2022 में उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल ले जाया गया था। बादल पिछले साल जनवरी में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे और उन्हें लुधियाना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
देश के सबसे अनुभवी और बुजुर्ग नेता थे बादल
प्रकाश सिंह बादल देश के सबसे अनुभवी और बुजुर्ग नेता थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रकाश सिंह बादल का राजनीतिक करियर देश की आजादी के साथ ही शुरू हो गया था। प्रकाश सिंह बादल 1947 में सरपंच चुने गए थे। उसके बाद ब्लॉक प्रमुख बने और पहली बार शिरोमणि अकाली के टिकट पर 1957 में पंजाब विधानसभा के मेंबर चुने गए। प्रकाश सिंह बादल शिरोणि अकाली दल के पहले विधायक थे। इसके बाद प्रकाश सिंह बादल ने राजनीति में कभी पीछे मुडकर नहीं देखा। वह कुल 10 बार विधायक चुने गए और पहली बार 1970 में पंजाब के चीफ मिनिस्टर बने थे।